– जानिए वजह और आगे की संभावनाएं मार्केट कपलिंग की मार,
IEX Share Price Crash: इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) का शेयर भारी गिरावट के साथ 30% तक लुढ़क गया। इसका मुख्य कारण बना CERC (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन) द्वारा मार्केट कपलिंग नियमों को मंजूरी देना। इस घोषणा के बाद IEX के शेयरों में हड़कंप मच गया और यह एक साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।
क्या है “मार्केट कपलिंग”?
मार्केट कपलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें विभिन्न पावर एक्सचेंज से ऑर्डर्स एक ही प्लेटफॉर्म पर मर्ज किए जाते हैं और एक यूनिफॉर्म प्राइस (एक जैसा मूल्य) तय किया जाता है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि उपभोक्ताओं को सभी प्लेटफॉर्म्स पर एक ही मूल्य पर बिजली मिल सके, चाहे वे किसी भी एक्सचेंज से खरीदें।
- DAM (Day Ahead Market) के लिए यह नियम जनवरी 2026 से लागू किया जाएगा।
- इसमें Grid India को एक मार्केट कपलिंग ऑपरेटर के तौर पर बैकअप और ऑडिट की जिम्मेदारी दी गई है।
- बाद में RTM (Real Time Market) के लिए भी यह नियम लागू किया जाएगा।
IEX को क्यों हुआ नुकसान?
IEX, अब तक भारत का सबसे बड़ा पावर एक्सचेंज रहा है, जिसकी स्पॉट मार्केट में हिस्सेदारी 85% के आसपास है। लेकिन:
- मार्केट कपलिंग लागू होने से सभी एक्सचेंज पर एक जैसा प्राइस लागू होगा।
- इससे IEX का प्राइस डिस्कवरी का यूनिक एडवांटेज खत्म हो जाएगा।
- वॉल्यूम अब दूसरी एक्सचेंजों की तरफ भी शिफ्ट हो सकते हैं।
इससे निवेशकों को यह डर सताने लगा कि IEX की मार्जिन और मुनाफे की स्थिति कमजोर हो सकती है, जिसके कारण शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
ब्रोकरेज फर्म बर्न्स्टीन की रिपोर्ट
- बर्न्स्टीन ने IEX की रेटिंग को “मार्केट परफॉर्म” पर बरकरार रखा है।
- लेकिन टारगेट प्राइस को ₹160 से घटाकर ₹122 कर दिया गया है।
- रिपोर्ट में कहा गया कि CERC का फैसला पहले से अनुमानित स्थिति से काफी अलग और ज्यादा सख्त है।
- इससे रेगुलेटरी अनिश्चितता बढ़ गई है और संस्थागत निवेशकों के लिए IEX अब कम आकर्षक बन सकता है।
IEX शेयर की वर्तमान स्थिति
- 24 जुलाई 2025 को IEX का शेयर BSE पर ₹132.45 के भाव पर बंद हुआ।
- दिन के कारोबार में यह 30% टूटकर ₹131.50 तक चला गया – जो कि पिछले एक साल का सबसे निचला स्तर है।
- पिछले साल 24 सितंबर को यह ₹244.35 के उच्चतम स्तर पर था।
आगे क्या हो सकता है?
IEX को अब कड़ी प्रतिस्पर्धा और नए रेगुलेशन का सामना करना होगा। हालांकि कंपनी के पास एक मजबूत ब्रांड और तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर है, लेकिन भविष्य में:
- मार्जिन पर दबाव बढ़ सकता है।
- वॉल्यूम ग्रोथ में गिरावट आ सकती है।
- कंपनी को उद्यमिक रणनीतियों की आवश्यकता होगी ताकि वह प्रतिस्पर्धा में बनी रह सके।
निष्कर्ष
IEX के शेयरों में हाल की गिरावट एक सिस्टमेटिक बदलाव का संकेत है, जो कि पूरे पावर मार्केट को प्रभावित करेगा। मार्केट कपलिंग से पारदर्शिता और उपभोक्ताओं को समान मूल्य जरूर मिलेगा, लेकिन इससे मौजूदा बाजार लीडर्स के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी हो सकती हैं। निवेशकों को अब सतर्कता से निर्णय लेना होगा और इस क्षेत्र में हो रहे नियामकीय परिवर्तनों पर नजर बनाए रखनी होगी।